एक शहर है
Friday, January 11, 2013
एक और आंख चाहिये
शहर और उसकी घनत्वत्ता
शहर और उसकी बैचेनी
शहर और उसकी तड़प
शहर और उसकी उत्तेजना
शहर और उसकी हैरानी
शहर और उसकी हैवानी
इनको देखने के लिये एक और आंख चाहिये।
राकेश
1 comment:
Unknown
said...
sachmuch !
January 18, 2013 at 11:48 PM
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1 comment:
sachmuch !
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