Friday, January 11, 2013

एक और आंख चाहिये

शहर और उसकी घनत्वत्ता
शहर और उसकी बैचेनी
शहर और उसकी तड़प
शहर और उसकी उत्तेजना
शहर और उसकी हैरानी
शहर और उसकी हैवानी

इनको देखने के लिये एक और आंख चाहिये।

राकेश