दुनिया में कितनी ही तरह की नौकरियां है। हर कोई अपनी मनपसंद, ज़रूरत की जॉब के लिये खुद को तैयार करता है। नौकरी एक हावी सोच जो अपने में दुनिया की क्षमताओं को लपेटें में है। आप किस चीज़ के लायक हो और किस चीज़ के नहीं का नौकरी से सीधा इशारा मिलता है। दुनिया और दुनिया मैं अनेक जॉब की अपनी दुनिया और हर दुनिया का अपना अलग स्वाद।
क्या है जिसे छोड़कर किसी जॉब के लिये तैयार होना पड़ता है? "नॉनबॉयग्राफिल बायोडाटा" एक ऐसा पत्र जो शरीर की थिरकन से दिमाग की कल्पनाओं को सोच पाने की कोशिश करता है।
वे अनुभव जिसका कोई प्रमाणपत्र नहीं, जिसका कोई सबूत नहीं। जिसकी कहानियां है और ऐसी संभावनाएं जो एकांत को असंख्य बनाती है।
ये एक पत्र है जिसे हम इस माध्यम से बना रहे हैं जो इन अंदरूनी क्षमताओं और संभावनाओं मे गुथे मिले नये आइडियों को ला पाये। बनी बनाई ठोस सोच को तोड़ सके। भरिये और भेजिये। अपने जवाबों मे उन जीवनों को लाने की जिनकी छुअन और कहानी आपके होने को जिंदा करती है।
क्या है जिसे छोड़कर किसी जॉब के लिये तैयार होना पड़ता है? "नॉनबॉयग्राफिल बायोडाटा" एक ऐसा पत्र जो शरीर की थिरकन से दिमाग की कल्पनाओं को सोच पाने की कोशिश करता है।
वे अनुभव जिसका कोई प्रमाणपत्र नहीं, जिसका कोई सबूत नहीं। जिसकी कहानियां है और ऐसी संभावनाएं जो एकांत को असंख्य बनाती है।
ये एक पत्र है जिसे हम इस माध्यम से बना रहे हैं जो इन अंदरूनी क्षमताओं और संभावनाओं मे गुथे मिले नये आइडियों को ला पाये। बनी बनाई ठोस सोच को तोड़ सके। भरिये और भेजिये। अपने जवाबों मे उन जीवनों को लाने की जिनकी छुअन और कहानी आपके होने को जिंदा करती है।
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