एक शहर है
Saturday, June 20, 2009
साए में कुछ चाहत
जिंदगी को तलाशते हुए हम अक्सर उस मुकाम पर आ जाते है. जहाँ जिंदगी खुद हमारा इंतजार कर रही होती है.
राकेश
1 comment:
ओम आर्य
said...
bahut badhiya ...........unda
June 20, 2009 at 4:43 PM
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1 comment:
bahut badhiya ...........unda
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