Wednesday, December 3, 2008

गुस्से की लकीरें क्या है

कौन कर रहा है ये गुस्सा?
किस पर कर रहा है ये गुस्सा?
क्या है ये गुस्सा?, कैसा है ये गुस्सा?
इस गुस्से की तस्वीरें क्या हैं?
जो होकर निकल गया है कहीं, उसकी लकीरें क्या हैं?

कोई लाइन में लगे रहने पर है गुस्सा
कोई लाइन से निकल जाने पर है गुस्सा
कोई किसी के खो जाने पर है गुस्सा
कोई अपनो के छुप जाने पर है गुस्सा
कोई स्सिटम पर है गुस्सा
कोई आज़ादी पर है गुस्सा
कोई अपनी दिनचर्या पर है गुस्सा
कोई अपनी दिनचर्या बिखर जाने पर है गुस्सा

मैं किस पर करूँ गुस्सा, मैं ये विचार कर रहा हूँ
कोई मुझे बताये कि मैं इस कदर खुद पर अत्याचार कर रहा हूँ

कोई किसी के बर्ताव पर है गुस्सा
कोई किसी के स्वभाव पर है गुस्सा
कोई किसी कि अदा पर है गुस्सा
कोई किसी के फ़िदा होने पर है गुस्सा
कोई जगह के बदल जाने पर है गुस्सा
कोई रोज़मर्रा पर है गुस्सा
कोई किसी की बात पर है गुस्सा
कोई किसी के साथ पर है गुस्सा

मैं किस पर करूँ गुस्सा, मैं ये विचार कर रहा हूँ
कोई मुझे बताये कि मैं इस कदर खुद पर अत्याचार कर रहा हूँ

कोई किसी के बड़बोलेपन पर है गुस्सा
कोई किसी की चुप्पी पर है गुस्सा
कोई बदले की आग पर है गुस्सा
कोई जगह के छिन जाने पर है गुस्सा
कोई वक़्त पर किसी चीज़ के ना आने पर है गुस्सा
कोई वक़्त से पहले चीज़ें हो जाने पर है गुस्सा
कोई किसी की रफ़्तार पर है गुस्सा
कोई किसी के ठहराव पर है गुस्सा

मैं किस पर करूँ गुस्सा, मैं ये विचार कर रहा हूँ
कोई मुझे बताये कि मैं इस कदर खुद पर अत्याचार कर रहा हूँ

किसी-किसी गुस्से की बुनियाद गहरी सी लगती है
कोई तो आग है जो कहीं ठहरी सी लगती है
गुस्सा शहर की सड़कों पर बिखर रहा है
गड़े मुर्दो की तरह, दिलों से उखड़ रहा है

राज करती कुर्सियों पर वल-वलाता है गुस्सा
दुखते अरमानों को छोड़, घर से निकल आता है गुस्सा
गुस्से में अपनो को यहाँ खोज रहा है कोई,
तलाश के घेरे मे मोम सा पिघल आता है गुस्सा

धमाको के धूँए मे पैदा होता है गुस्सा
मनोरंजन के बीच मे घुस आता है गुस्सा
तोतली ज़ुबानों मे जबरदस्ती झौंक दिया गया है गुस्सा
आँखों से आँखों मे बट रहा है गुस्सा
गुटों की ज़ुबानों मे छट रहा है गुस्सा

गुस्सा ही गुस्से पर हावी है
गुस्सा ही गुस्से का साकी है
वे भी इसकी लपेट में उतर आयेगें एक दिन
जो इस भीड़ में होते हुए भी बाकि हैं

मैं किस पर करूँ गुस्सा, मैं ये विचार कर रहा हूँ
कोई मुझे बताये कि मैं इस कदर खुद पर अत्याचार कर रहा हूँ
इस गुस्से की तस्वीरें क्या हैं?
जो होकर निकल गया है कहीं, उसकी लकीरें क्या हैं?

लख्मी

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